गतिविधियाँ

  • कार्यालयी भाषा के प्रयोग को बढ़ावा देने तथा सीखने के उद्देश्य से हिन्दी प्रकोष्ठ द्वारा हिन्दी शिक्षण योजना के अंतर्गत हिन्दी प्राज्ञ कक्षाओं का संचालन किया गया। हिन्दी प्राज्ञ पाठ्यक्रम के 10 बैचों ने सफलतापूर्वक परीक्षा उत्तीर्ण की। लगभग 262 शैक्षणिक एवं गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों ने हिन्दी प्राज्ञ परीक्षा पास की है। अभी राजभाषा विभाग की ओर से एक नया पाठ्यक्रम ' पारंगत' प्रारंभ किया गया है। इस पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए हिन्दी का कार्यसाधक ज्ञान जानना आवश्यक है। हिन्दी प्रकोष्ठ द्वारा पारंगत के एक बैच का सफलतापूर्वक संचालन किया जा चुका है, दूसरे बैच की कक्षाएं जनवरी-2020 से मई 2020 तक संचालित की जाएँगी।
  • प्रत्येक वर्ष हिन्दी प्रकोष्ठ (राजभाषा प्रकोष्ठ), मानू द्वारा वर्ष की चारों तिमाहियों (अप्रैल-जून, जुलाई-सितंबर, अक्टूबर-दिसंबर, जनवरी-मार्च) में राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक का आयोजन किया जाता है।
  • राजभाषा हिन्दी की प्रगति संबंधी तिमाही प्रगति रिपोर्ट राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार को ऑनलाइन भेजी जाती है तथा उसकी प्रति नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति एवं यू.जी.सी. को भी भेजी जाती है।
  • हिन्दी प्रकोष्ठ (राजभाषा प्रकोष्ठ) द्वारा, राजभाषा नियम अनुसार रबर की मोहरें, नामपट्ट, रजिस्टरों के शीर्षक, वार्षिक प्रतिवेदन, वार्षिक लेखा , धारा 3(3) के दस्तावेजों अर्थात अधिसूचना, कार्यालय आदेश, ज्ञापन इत्यादि को द्विभाषी में जारी किए जाने के लिए संबंधित विभाग/ अनुभाग/ केन्द्र की सहायता करता है।
  • वार्षिक रिपोर्ट और वार्षिक खाता रिपोर्ट हिंदी में भी तैयार करना।
  • हिन्दी प्रकोष्ठ (राजभाषा प्रकोष्ठ) द्वारा विश्वविद्यालय में नियमित रूप से हिन्दी पखवाडा मनाया जाता है। साथ ही हिन्दी पखवाडा के अवसर पर पुरस्कार एवं सर्टिफ़िकेट वितरण समारोह का आयोजन भी किया जाता है।
हिंदी पखवाड़ा 2019 : एक रिपोर्ट (03-18 सितंबर 2019)